
यमुनोत्री धाम यात्रा 2025: 30 अप्रैल से शुरू होगी पवित्र यात्रा, ट्रेक मार्ग तैयार
उत्तराखंड के चारधामों में से एक यमुनोत्री धाम के कपाट इस वर्ष 30 अप्रैल 2025 को अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। यह पवित्र धाम देवी यमुना को समर्पित है और हर वर्ष हजारों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं।
यात्रा की शुरुआत और ट्रेक मार्ग:
यमुनोत्री धाम की यात्रा हनुमान चट्टी से प्रारंभ होती है, जो ऋषिकेश से लगभग 220 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां से श्रद्धालुओं को लगभग 6 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी होती है, जो घने जंगलों, झरनों और पर्वतीय रास्तों से होकर गुजरती है। इस मार्ग पर सुविधाएं उपलब्ध हैं, जैसे कि डंडी, घोड़े और पालकी, जो वरिष्ठ नागरिकों और अस्वस्थ यात्रियों के लिए सहायक हैं।
प्रशासनिक तैयारियां और सुविधाएं:
उत्तराखंड सरकार और स्थानीय प्रशासन ने यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए विशेष तैयारियां की हैं। ट्रेक मार्ग की मरम्मत, सुरक्षा बलों की तैनाती, चिकित्सा शिविरों की स्थापना और आपातकालीन सेवाओं की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, पर्यावरण संरक्षण के लिए प्लास्टिक उपयोग पर नियंत्रण और स्वच्छता अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
पंजीकरण और आवश्यक दस्तावेज:
चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। श्रद्धालु ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं। यात्रा के दौरान एक वैध पहचान पत्र और स्वास्थ्य प्रमाणपत्र साथ रखना आवश्यक है।
महत्वपूर्ण तिथियाँ:
- गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि: 30 अप्रैल 2025
- केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि: 2 मई 2025
- बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि: 4 मई 2025
यमुनोत्री धाम की यात्रा न केवल आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करती है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य और साहसिकता का भी अद्वितीय संगम है। श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे यात्रा के दौरान प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और पर्यावरण संरक्षण में सहयोग दें।