ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय सेना ने पाकिस्तान में 100 आतंकियों को किया ढेर, 9 आतंकी ठिकानों को किया नेस्तनाबूद!!

भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर एक सटीक और बड़े पैमाने पर हमला कर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया, जिसमें 80 से अधिक आतंकियों को ढेर किया गया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई थी।
सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM), लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़े ट्रेनिंग कैंप, लॉन्च पैड और कट्टरपंथी बनाने वाले केंद्र शामिल थे।
सबसे बड़े हमले बहावलपुर और मुरीदके में हुए, जो जैश और लश्कर के गढ़ माने जाते हैं। बहावलपुर में करीब 30 आतंकियों के मारे जाने की खबर है। मुरीदके में स्थित मस्जिद वा मरकज तैयबा – लश्कर का वैचारिक मुख्यालय और ‘आतंकी नर्सरी’ – पर भी हमला किया गया, जहां भी 25-30 आतंकी मारे गए।
अन्य लक्ष्यों में शामिल हैं:
- जैश से जुड़े: सरजाल (तेहरा कलां), मरकज अब्बास (कोटली), सैयदना बिलाल कैंप (मुजफ्फराबाद)
- लश्कर से जुड़े: मरकज अहले हदीस (बर्नाला), श्ववाई नाला कैंप (मुजफ्फराबाद)
- हिज्बुल से जुड़े: मकज रहील शहीद (कोटली), महमूना जोया (सियालकोट)
इनमें से चार ठिकाने पाकिस्तान में, जबकि पांच पीओके में स्थित थे। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया।
हमले के बाद, पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर में एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी। भारतीय अधिकारियों ने बताया कि इस गोलाबारी में तीन नागरिकों की मौत हो गई।
भारतीय सेना ने एक्स (X) पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “न्याय हुआ, जय हिंद!”, जबकि पाकिस्तान ने दावा किया कि हमले में आठ नागरिक, जिनमें एक बच्चा शामिल था, मारे गए और इसे “युद्ध की खुली घोषणा” करार दिया।