राष्ट्रपति मुर्मू का उत्तराखंड विधानसभा में संबोधन — “जनहित में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर करें काम”

उत्तराखंड अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर पूरे राज्य में रजत जयंती वर्ष उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को आयोजित दो दिवसीय विशेष विधानसभा सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्य के जनप्रतिनिधियों को संबोधित किया। अपने 25 मिनट के भाषण में उन्होंने विकास और सुशासन को लेकर महत्वपूर्ण संदेश दिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि जनता की सेवा करने का अवसर मिलना, किसी भी जनप्रतिनिधि के लिए सबसे बड़ा सौभाग्य है। उन्होंने विधायकों से अपील की कि वे जनता की समस्याओं के समाधान के लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्य करें, जिससे जनता और जनप्रतिनिधियों के बीच विश्वास मजबूत हो।
महिला सशक्तिकरण और विकास कार्यों की सराहना:
उत्तराखंड को “युवा राज्य” बताते हुए उन्होंने कहा कि 25 वर्षों में राज्य ने शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट टीम को वर्ल्ड कप जीतने की उपलब्धि पर भी बधाई दी।
धामी सरकार के फैसलों की प्रशंसा:
>समान नागरिक संहिता (UCC)
>नकल विरोधी कानून
>लोकायुक्त कानून
>जमींदारी विनाश अधिनियम का विशेष उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पूरी विधानसभा की सराहना की।
उनका संदेश था—
> “विकास तभी गति पकड़ता है जब राजनीति से ऊपर उठकर केवल जनता की चिंता की जाए।”
रजत जयंती वर्ष के इस विशेष अवसर पर राष्ट्रपति का यह संबोधन राज्य के भविष्य के लिए एक प्रेरणादायक दिशा तय करता नजर आया।



