
जम्मू में पाकिस्तानी महिला मीनल अहमद खान की पति से हुई भावुक मुलाकात, HC ने निर्वासन पर लगाई रोक
पाकिस्तानी नागरिक मीनल अहमद खान को इस सप्ताह जम्मू में अपने पति और सीआरपीएफ जवान मुनीर खान से फिर मिलाया गया, जब जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट ने उसे अटारी बॉर्डर से निर्वासित किए जाने से ठीक पहले भारत लौटने की अनुमति दे दी।
कोर्ट ने रोका निर्वासन, अगली सुनवाई 14 मई को
मीनल, जिसने जनवरी में मुनीर से विवाह किया था, पर्यटक वीजा पर भारत आई थीं, लेकिन एक भारतीय नागरिक की पत्नी होने के नाते उन्हें लॉन्ग-टर्म वीजा की पात्रता मिल चुकी है। अप्रैल 22 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच उनका निर्वासन तय किया गया था, लेकिन कोर्ट के अंतरिम आदेश ने उन्हें राहत दी।
“वीजा ‘स्वतः स्वीकृत’ श्रेणी में आता है” — वकील
बीजेपी प्रवक्ता और वकील अंकुर शर्मा ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार को मीनल को जम्मू वापस लाया गया।
“मीनल का लॉन्ग-टर्म वीजा ‘डीम्ड ग्रांटेड’ कैटेगरी में आता है,” शर्मा ने कहा।
सीआरपीएफ की ओर से बताया गया कि मुनीर खान ने शादी से पहले बल को सूचित किया था, जिससे किसी प्रकार का सेवा नियम उल्लंघन नहीं हुआ। मीनल का वीजा समाप्त हो चुका था, लेकिन अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जब तक वीजा स्थिति का निर्णय नहीं होता, वे भारत में रह सकती हैं।
प्रेम बनाम राजनीतिक संकट
पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के संबंधों में बढ़े तनाव ने इस जोड़े की शांत जिंदगी में तूफान ला दिया। मीनल पहले ही लॉन्ग-टर्म वीजा इंटरव्यू में भाग ले चुकी थीं और गृह मंत्रालय ने बाद में स्पष्ट किया कि लॉन्ग-टर्म और डिप्लोमैटिक वीजा पर प्रतिबंध नहीं है।
हालांकि कोर्ट ने अभी स्थायी राहत नहीं दी है, लेकिन केंद्र सरकार को मीनल के वीजा मामले पर अंतिम निर्णय लेने के निर्देश दिए हैं। अगली सुनवाई 14 मई को होगी।