
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के लाल किला क्षेत्र में हुए भीषण धमाके ने पूरे देश को झकझोर दिया है। सोमवार की शाम हुई इस घटना में 10 लोगों की मौत हो गई जबकि 28 लोग घायल बताए जा रहे हैं। धमाके के बाद देश और विदेश से शोक संदेशों का सिलसिला जारी है।
भूटान के नरेश महामहिम जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने भी इस दर्दनाक घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। थिम्पू के सांगली थांग स्टेडियम में आयोजित प्रार्थना सभा के दौरान उन्होंने हजारों नागरिकों के साथ पीड़ितों के परिवारों के लिए मौन प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी में निर्दोष लोगों की जान जाना अत्यंत पीड़ादायक है।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो वर्तमान में भूटान दौरे पर हैं, ने चांगलिमिथांग उत्सव मैदान में कहा कि “दिल्ली विस्फोट ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
सोमवार की शाम लाल किला रोड पर उस समय अफरातफरी मच गई जब एक i20 कार में अचानक भीषण विस्फोट हुआ। ट्रैफिक के बीच हुए धमाके में कई वाहन आग की चपेट में आ गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाके के बाद सड़क पर अफरा-तफरी मच गई और कई लोग घायल होकर गिर पड़े।
घायलों को तत्काल LNJP अस्पताल ले जाया गया जहां उनका इलाज जारी है। धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि इसका असर चांदनी चौक तक महसूस किया गया।
घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने LNJP अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की और स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने मौके का भी निरीक्षण किया।
सरकार ने मामले की जांच NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) को सौंप दी है। फिलहाल जांच एजेंसियां दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर तक छापेमारी कर रही हैं और साजिश की हर कड़ी को जोड़ने की कोशिश में हैं।



