
आंध्र प्रदेश में दिल दहला देने वाली घटना: हिंदू युवक से शादी करने पर पिता ने बेटी यास्मीन बानो की कर दी निर्मम हत्या
आंध्र प्रदेश से एक बेहद दर्दनाक और झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जहां 23 वर्षीय मुस्लिम युवती यास्मीन बानो की उसके ही पिता ने सिर कलम कर हत्या कर दी। आरोप है कि यास्मीन ने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर एक हिंदू युवक से शादी की थी, जिससे नाराज़ होकर पिता ने यह भयावह कदम उठाया। यह घटना न केवल समाज को स्तब्ध कर गई है, बल्कि एक बार फिर ऑनर किलिंग और अंतरधार्मिक विवाह के मुद्दे को राष्ट्रीय बहस के केंद्र में ले आई है।
इस निर्मम हत्या ने पूरे देश में आक्रोश फैला दिया है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कई यूज़र्स यह सवाल उठा रहे हैं कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने इस मामले को पर्याप्त कवरेज क्यों नहीं दी, और तथाकथित उदारवादी वर्ग, जो अक्सर “मोहब्बत को मज़हब नहीं होता” जैसे नारों का समर्थन करता है, इस बार चुप क्यों है।
लोगों का मानना है कि यदि पीड़िता किसी अन्य धर्म की होती, तो मामला शायद और अधिक सुर्खियों में होता। इस घटना ने समाज में मौजूद पितृसत्ता, धार्मिक असहिष्णुता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर खतरे को उजागर कर दिया है।
कानून हर व्यक्ति को अपनी पसंद से जीवनसाथी चुनने का अधिकार देता है, लेकिन यास्मीन बानो की मौत दिखाती है कि समाज में अभी भी इस स्वतंत्रता को स्वीकार करने की मानसिकता नहीं बन पाई है।
सामाजिक कार्यकर्ता और नागरिक अधिकारों के समर्थक इस मामले में त्वरित न्याय की मांग कर रहे हैं। साथ ही, वे यह भी कह रहे हैं कि अब समय आ गया है कि समाज में एक व्यापक संवाद शुरू किया जाए—जहां प्यार, सम्मान और स्वतंत्रता किसी मजहब या परंपरा की सीमाओं में बंधे न हों।
इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि ऑनर किलिंग जैसी घटनाओं के खिलाफ समान रूप से आवाज़ उठाना और न्याय की मांग करना समाज के हर नागरिक की जिम्मेदारी है, चाहे पीड़ित का धर्म या पृष्ठभूमि कुछ भी हो