भारतीय रेलवे टिकटिंग सिस्टम में बड़ा बदलाव: तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार अनिवार्य, चार्ट बनने का समय अब 8 घंटे पहले!!

भारतीय रेलवे टिकटिंग सिस्टम में बड़ा बदलाव: तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार अनिवार्य, चार्ट बनने का समय अब 8 घंटे पहले
भारतीय रेलवे जल्द ही अपने टिकटिंग और आरक्षण प्रणाली में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। इस प्रक्रिया के तहत ट्रेन प्रस्थान से 8 घंटे पहले चार्ट तैयार किया जाएगा ताकि प्रतीक्षारत यात्रियों को बेहतर पूर्वानुमान मिल सके। इसके अलावा, रेलवे ने AC कोचों में वेटिंग लिस्ट को 25% से बढ़ाकर 60% कर दिया है।
नया PRS सिस्टम दिसंबर 2025 तक
रेलवे दिसंबर 2025 तक एक नया मॉडर्न पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) लॉन्च करेगा। यह सिस्टम हर मिनट 1.5 लाख टिकट बुक करने में सक्षम होगा, जो वर्तमान 32,000 टिकट प्रति मिनट की तुलना में लगभग पांच गुना अधिक है। इसके अलावा, टिकट पूछताछ प्रणाली की क्षमता भी 4 लाख से बढ़ाकर 40 लाख प्रति मिनट की जा रही है।
तत्काल टिकट के लिए आधार अनिवार्य
1 जुलाई 2025 से तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है। यात्री को टिकट बुक करते समय आधार विवरण देना अनिवार्य होगा।
दूसरी श्रेणी के किराए में बढ़ोतरी
रेलवे ने 1 जुलाई से दूसरी श्रेणी की यात्रा के किराए में वृद्धि की घोषणा की है। 500 किमी से अधिक दूरी के लिए यह वृद्धि प्रति किलोमीटर आधा पैसा होगी। मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में यह 1 पैसा प्रति किमी, जबकि एसी क्लास में 2 पैसा प्रति किमी की दर से बढ़ेगा। हालांकि, सबअर्बन ट्रेनों और मासिक पास के किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
भविष्य की तैयारी
रेलवे को उम्मीद है कि FY26 में लगभग 7.57 बिलियन यात्री सफर करेंगे, जो FY25 के 7.27 बिलियन यात्रियों से अधिक है। मंत्रालय का लक्ष्य FY26 में यात्री किराए से 92,800 करोड़ रुपये की कमाई करना है।
यह कदम यात्रियों को अधिक पारदर्शिता, बेहतर सुविधा और तेज़ सेवा प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण सुधार माना जा रहा है।




