केंद्र सरकार ने पेंशन योजनाओं में दिए नए निवेश विकल्प, कर्मचारियों को मिलेगा अधिक लचीलापन!!

केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है। लंबे समय से उठ रही मांग को मानते हुए सरकार ने राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) और एकीकृत पेंशन योजना (UPS) में दो नए निवेश विकल्प शामिल कर दिए हैं। इन विकल्पों के नाम हैं – ‘लाइफ साइकल’ और ‘बैलेंस्ड लाइफ साइकल’। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, इन नए विकल्पों से कर्मचारियों को अपने रिटायरमेंट फंड को अपनी जरूरत और जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार प्रबंधित करने की स्वतंत्रता मिलेगी।
पहले तक सरकारी कर्मचारियों के पास सीमित विकल्प थे, जबकि निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को ज्यादा लचीलापन मिलता था। अब यह अंतर कम हो जाएगा।
नए विकल्प क्या करते हैं?
लाइफ साइकल मॉडल में इक्विटी (यानी शेयर मार्केट) में निवेश उम्र के हिसाब से तय होता है। उम्र जितनी कम होगी, निवेश में इक्विटी की हिस्सेदारी उतनी ज्यादा होगी, और उम्र बढ़ने पर सुरक्षित निवेश की ओर धीरे-धीरे संतुलन शिफ्ट हो जाएगा।
इसी तरह बैलेंस्ड लाइफ साइकल विकल्प भी इक्विटी और सुरक्षित निवेश के बीच संतुलन रखता है, बस इसमें इक्विटी की हिस्सेदारी शुरुआत में थोड़ी ज्यादा रहती है और उम्र के साथ धीरे-धीरे कम होती जाती है। इससे कर्मचारी लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न पाने की स्थिति में रहेंगे, बिना ज्यादा जोखिम लिए।
सरकार का मानना है कि यह फैसला न केवल कर्मचारियों की बचत को अधिक मजबूत और लचीला बनाएगा, बल्कि उन्हें अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग पर अधिक नियंत्रण भी देगा।



