भारत बना पहला देश जिसने किसी परमाणु संपन्न राष्ट्र के कई वायुसेना अड्डे बंद कराए।

भारत ने पाकिस्तान में कई वायुसेना अड्डों पर सटीक हमले कर एक ऐतिहासिक सैन्य अभियान को अंजाम दिया। यह पहली बार था जब किसी देश ने परमाणु हथियार संपन्न प्रतिद्वंद्वी के कई हवाई रक्षा ठिकानों को सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया।
इस ऑपरेशन में ब्रह्मोस, स्कैल्प और हैमर जैसे उच्च-सटीकता वाले मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल किया गया। इस मिशन का एक प्रमुख लक्ष्य इस्लामाबाद के पास स्थित नूर खान एयरबेस था। यह कार्रवाई भारत की उन्नत सैन्य क्षमताओं और रणनीतिक ताकत का प्रतीक मानी जा रही है।
ये हमले कश्मीर में हुए एक घातक आतंकी हमले के जवाब में किए गए, जिसमें 26 नागरिकों की मौत हुई थी, जिनमें अधिकांश हिंदू पर्यटक थे। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया और प्रतिशोध में यह सैन्य कार्रवाई शुरू की। जवाब में, पाकिस्तान ने भी भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का दावा किया, जिससे दोनों परमाणु संपन्न देशों के बीच तनाव और बढ़ गया।
जैसे-जैसे हालात और गंभीर होते गए, अमेरिका ने हस्तक्षेप कर एक अस्थायी युद्धविराम करवाया। हालांकि, बाद में दोनों देशों ने एक-दूसरे पर इस समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया, जिससे क्षेत्र में अस्थिरता बनी रही।
भारत की यह साहसिक सैन्य कार्रवाई क्षेत्रीय रक्षा समीकरणों में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखी जा रही है, जो आतंकवाद और सीमापार खतरों के खिलाफ भारत की निर्णायक प्रतिक्रिया क्षमता को दर्शाती है।